हरियाणा के स्कूलों में अपग्रेड आंगनबाड़ी केंद्रों में प्ले स्कूल की तर्ज पर खेल व पढ़ाई की आधुनिक सुविधाएं करवाई जाएंगी उपलब्ध

हरियाणा में निजी प्ले स्कूलों की तर्ज पर आंगनबाड़ी केंद्र के बच्चों को पढ़ाई करवाई जाएगी। स्कूलों में अपग्रेड आंगनबाड़ी केंद्रों में प्ले स्कूल की तर्ज पर खेल व पढ़ाई की आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी, ताकि बच्चे खेल-खेल में पढ़ाई भी कर सकें।महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा जिले के 198 आंगनबाड़ी केंद्रों को प्ले स्कूल में बदला जाएगा। जिसको लेकर 83 आंगनबाड़ी केंद्रों का वेरिफिकेशन का कार्य पूरा कर लिया है। प्ले स्कूलों में जो कमियां मिली है। उनको विभाग द्वारा पूरा किया जा रहा है। बच्चों को दिया जा है पोष्ट्रिक आहार जिले में 1377 आंगनबाड़ी केंद्र है। आंगनबाड़ी केंद्रों में करीब 94929 बच्चे हैं। आंगनबाड़ी केंद्रों में 6 साल तक के बच्चों को पौष्टिक आहार दिया जाता है। विभाग द्वारा पहले बच्चों की सेहत सुधारने पर ही अधिक जोर दिया जाता था। अब केंद्रों में बच्चों को प्रथम स्कूली शिक्षा से पूरी तरह जोड़ा जाएगा। जिसमें उन्हें खेल के माध्यम से पढ़ाई करवाई जाएगी। इसके लिए आंगनबाड़ी वर्करों को गुर सिखाए जाएंगे। इसी के साथ प्ले स्कूल की तर्ज पर सभी आवश्यक सुविधाएं मुहैया करवाई जाएंगी, जिसमें खेल व शिक्षा गतिविधियों से जुड़ी सुविधाएं शामिल होंगी। इन केंद्रों में वाल पेंटिग, खेल-खिलौने के साथ-साथ अन्य गतिविधियां आयोजित भी होगी। प्ले स्कूलों के लिए वर्करों को दिया जा चुका है प्रशिक्षण महिला एवं बाल विकास विभाग ने शिक्षा विभाग के साथ मिलकर प्ले स्कूलों को लेकर प्रशिक्षण आंगनबाड़ी वर्करों व सुपरवाइजरों को दिया जा चुका है। जिससे प्ले स्कूलों में बच्चों को खेल खेल के माध्यम से शिक्षा दी जा सके। कोरोना काल खत्म होते ही स्कूलों में पढ़ाई का दौर शुरू कर दिया जाएगा। इससे पहले प्ले स्कूलों में सभी व्यवस्था पूरी कर ली जाएगी। जिला परियोजना अधिकारी के अनुसार जिले में आंगनबाड़ी केंद्रों को 198 प्ले स्कूल बनाए जाने हैं। जिनमें 83 प्ले स्कूलों का वेरिफिकेशन का कार्य पूरा कर लिया है। केंद्रों में जो भी कमी है। उनको पूरा कर लिया जाएगा। —डा. दर्शना सिंह, जिला परियोजना अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग, सिरसा।
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