केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जनजातीय मामलों के मंत्रालय द्वारा ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ समारोह के हिस्से के रूप में आज दिल्ली में राष्ट्रीय जनजातीय अनुसंधान संस्थान का उद्घाटन करेंगे। एनटीआरआई एक प्रमुख राष्ट्रीय स्तर का संस्थान होगा और शैक्षणिक, कार्यकारी और विधायी क्षेत्रों में जनजातीय चिंताओं, मुद्दों और मामलों का प्रमुख केंद्र बनेगा।
केंद्र प्रतिष्ठित अनुसंधान संस्थानों, विश्वविद्यालयों और संगठनों के साथ-साथ शैक्षणिक निकायों और संसाधन केंद्रों के साथ सहयोग और नेटवर्क स्थापित करेगा। अपनी भूमिका के हिस्से के रूप में, एनएफएस जनजातीय अनुसंधान संस्थानों (टीआरआई), उत्कृष्टता केंद्रों (सीओई), और अनुसंधान विद्वानों के काम की निगरानी करेगा और अनुसंधान और प्रशिक्षण की गुणवत्ता में सुधार के लिए मानक स्थापित करेगा।
‘इसकी अन्य गतिविधियां जनजातीय मामलों के मंत्रालय के साथ-साथ राज्य कल्याण विभागों, डिजाइन अध्ययनों और कार्यक्रमों को नीतिगत इनपुट प्रदान करना होगा जो जनजातीय जीवन शैली के सामाजिक-आर्थिक पहलुओं में सुधार या समर्थन करते हैं, पीएमएएजीवाई (PMAAGY) का डेटाबेस बनाते और उसको मैंटेन रखते हैं, दिशानिर्देश प्रदान करते हैं। जनजातीय मामलों के मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है कि जनजातीय संग्रहालयों की स्थापना और संचालन और भारत की समृद्ध आदिवासी सांस्कृतिक विरासत को एक छतरी के नीचे प्रदर्शित करना।Hon'ble Union Home Minister and Minister of Cooperation, Shri Amit Shah Ji will inaugurate the newly built National Tribal Research Institute on the 7th of June, in New Delhi.#EmpoweringTribalsTransformingIndia pic.twitter.com/I3oEh4NnjC
— Ministry of Tribal Affairs, Govt. of India (@TribalAffairsIn) June 5, 2022
जनजातीय मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा, अन्य कैबिनेट और राज्य मंत्री, कानून और न्याय मंत्री-किरेन रिजिजू, जनजातीय मामलों के राज्य मंत्री रेणुका सिंह सरुता, जनजातीय मामलों के राज्यमंत्री बिश्वेश्वर टुडू, अल्पसंख्यक मामलों के राज्य मंत्री जॉन बारला और ग्रामीण विकास और इस्पात राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते और अन्य गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर उपस्थित रहेंगे।
बयान में कहा गया है, ‘प्रधानमंत्री के नेतृत्व में जनजातीय मामलों के मंत्रालय की उपलब्धियों को प्रदर्शित करने वाली एक प्रदर्शनी प्रदर्शित की जाएगी। देश भर में 100 से अधिक आदिवासी कारीगर और आदिवासी नृत्य दल अपने स्वदेशी उत्पादों और प्रदर्शनों का प्रदर्शन करेंगे।’
इस कार्यक्रम का फेसबुक, ट्विटर और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सीधा प्रसारण किया जाएगा। प्रदर्शनी दोपहर 2 बजे से जनता के लिए खुली रहेगी और शाम 6 बजे आदिवासी मंडली नृत्य प्रस्तुत करेगी।