कांग्रेस चुनाव संचालन समिति के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के लालकुआं से चुनाव लड़ने से इस सीट का महत्व बढ़ गया है। राजनीतिक दलों की नजरें भी पूर्व सीएम की गतिविधियों पर बनी हुई हैं। रावत की चुनावी गतिविधियां फिलहाल पूर्व काबीना मंत्री हरीश चंद्र दुर्गापाल के घर से ही संचालित हो रही हैं। इसके लिए दुर्गापाल के आवास को बाकायदा मुख्य चुनाव संचालन कार्यालय बनाया गया है।
साथ ही दुर्गापाल पर भरोसा जताते हुए उन्हें मुख्य निर्वाचन अभिकर्ता की जिम्मेदारी सौंपी गई है। पूर्व सीएम रावत 28 जनवरी को लालकुआं सीट से अपना नामांकन दाखिल कर चुके हैं। वह चुनाव प्रचार भी शुरू कर चुके हैं। रावत का फिलहाल लालकुआं में कोई स्थायी ठिकाना या घर नहीं हैं। बताया जा रहा है कि वे बेरीपड़ाव स्थित एक होम स्टे या फिर पूर्व मंत्री दुर्गापाल के घर पर ही ठहर रहे हैं। सूत्रों की मानें तो दुर्गापाल ने दावेदारी से हाथ पीछे खींचकर पूर्व सीएम रावत को बड़ा सम्मान दिया है।
ऐसे में पूर्व सीएम भी दुर्गापाल को फिलहाल अपनी नजरों से ओझल नहीं होने दे रहे। बीते शुक्रवार को हल्द्वानी में हुई पत्रकार वार्ता में भी दुर्गापाल उनके साथ दिखे। इतना ही नहीं, देर शाम को हल्द्वानी से कांग्रेस प्रत्याशी सुमित हृदयेश के लिए वोट मांगने के दौरान भी दुर्गापाल, हरीश रावत के साथ रहे। इस नए भरोसे और दोस्ती के कारण ही दुर्गापाल के डूंगरपुर हल्दूचौड़ स्थित आवास को रावत का चुनाव कार्यालय बनाया गया है।
बेरीपड़ाव में है वॉर रूम
जहां एक ओर सारी चुनावी गतिविधियां पूर्व कैबिनेट मंत्री हरीश चंद्र दुर्गापाल के आवास से संचालित की जा रही हैं, वहीं हरीश रावत ने बेरीपड़ाव स्थित एक होम स्टे में अपना वॉर रूम खोला है, जहां उनका स्टाफ रह रहा है। 27 जनवरी को लालकुआं में पहुंचने के बाद पूर्व सीएम एक दिन होम स्टे और एक दिन दुर्गापाल के आवास में रात्रि विश्राम कर चुके हैं।
लालकुआं में किया जनसंपर्क
तहसील में नामांकन कराने के बाद से पूर्व सीएम हरीश रावत ताबड़तोड़ जनसंपर्क अभियान में जुटे हुए हैं। उन्होंने एससी प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष इंदरपाल आर्य के गौलापार स्थित आवास में रात्रि भोजन किया। यहां पूर्व मंत्री हरीश दुर्गापाल और कांग्रेसी नेता हरेंद्र बोरा भी मौजूद रहे। इधर, शनिवार को रावत ने लालकुआं में चुनाव कार्यालय का उद्घाटन करने के बाद मुख्य बाजार में जनसंपर्क किया। बिंदुखत्ता में शहीद स्थल पर शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित करने के बाद इंदिरानगर, पुराना बिन्दुखत्ता, शीशमभुजिया और रावत नगर में जनसंपर्क भी किया।