झारखंड के देवघर-गिरिडीह में पाया गया मंकीपॉक्स के संदिग्ध मरीज,हाई अलर्ट पर स्वास्थ्य विभाग

झारखंड के देवघर और गिरिडीह जिले में सोमवार को मंकीपॉक्स के संदिग्ध मरीज मिले हैं। गिरिडीह के जमुआ मुख्य बाजार के 22 वर्षीय युवक में इसके लक्षण पाए गए हैं। हालांकि संक्रमित को फिलहाल स्वास्थ्य महकमा ने होम आइसोलेट कर दिया है।

मंकीपॉक्स की पुष्टि के लिए उक्त संक्रमित मरीज का स्वाब जांच के लिए पुणे भेजा जा रहा है। इधर मंकीपॉक्स का संदिग्ध संक्रमित मिलने से स्वास्थ्य विभाग हाई अलर्ट पर है। सभी प्रखंडों को विभागीय स्तर पर जरूरी दिशा-निर्देश दिए गए हैं। गिरिडीह सिविल सर्जन डॉ. शिवप्रसाद मिश्रा ने कहा कि संदिग्ध मरीज जमुआ के स्वास्थ्य केंद्र में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. राजेश दुबे को दिखाने आए थे। युवक में मंकीपॉक्स के लक्षण पाए गए हैं। अभी कंफर्म कुछ नहीं कहा जा सकता है। युवक का सैंपल लेकर उसे जांच के लिए पुणे स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट आफ वायरोलॉजी में भेजने की तैयारी की जा रही है।

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जांच के लिए पुणे भेजा गया सैंपल
मिश्रा ने बताया कि युवक में बुखार और शरीर में फफोले जैसे लक्षण पाए गए हैं। अभी उसे मंकीपॉक्स का मरीज नहीं माना जा रहा है, लेकिन मिलते-जुलते लक्षणों की वजह से उसका सैंपल जांच के लिए पुणे भेजा जाएगा। रांची स्थित रिम्स में भी सैंपल की प्रारंभिक जांच की जाएगी। जांच की रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। वहीं देवघर में मंकीपॉक्स के संक्रमित संदिग्ध मरीज का ब्लड सैंपल जांच के लिए भेजा जा रहा है। संदिग्ध मरीज मिलने के बाद प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। मामले को लेकर उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने बताया कि पहले से ही मंकीपॉक्स को लेकर जिला प्रशासन को हाई अलर्ट किया गया है। विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला में आने वाले रेलयात्री, हवाई जहाज से आने वाले यात्रियों की जांच की जा रही है। जांच के दौरान मंकीपॉक्स का एक संदिग्ध मरीज मलने की सूचना है। ब्लड सैंपल लिया गया है। लिये गए ब्लड सैम्पल की जांच के लिए लैब भेजा गया है।

गढ़वा में मंकीपॉक्स की संदिग्ध मरीज की रिपोर्ट निगेटिव
गढ़वा सदर अस्पताल में इलाजरत मंकी पॉक्स की संदिग्ध मरीज की रिपोर्ट निगेटिव आई है। इससे बच्ची के परिवार के साथ ही स्वास्थ्य विभाग के अलावा परिवार के लोगों ने राहत की सांस ली है। उसका इलाज सदर अस्पताल में डॉक्टरों की निगरानी में चल रहा था। मामला प्रकाश में आने के बाद मरीज का सैंपल को नेशनल इंस्टीच्यूट आफ वायरोलाजी पुणे में जांच के लिए भेजा गया था। उक्त संबंध में सिविल सर्जन डॉ कमलेश कुमार ने बताया कि सदर अस्पताल में इलाजरत मरीज को लेकर राज्य इकाई द्वारा मिले गाइडलाइन के अनुसार सैंपल लिया गया था। जांच के बाद रिपोर्ट नेगेटिव आया है। बताया कि मरीज का छह तरह के सैंपल लिया गया था। उसका नाक, गला व शरीर पर बने चकते या घाव का स्वाब, ब्लड सीरम, ब्लड के नमूने तथा यूरिन का सैंपल लिया गया है। सभी को सुरक्षित तरीके से पुणे भेजा गया था।

 

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