अब दिल्ली की इलेक्ट्रिक बसों में होगा मेट्रो का अहसास, भीषण गर्मी और प्रदूषण दोनों से मिलगी मुक्ति

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपने कामों को लेकर देश-दुनिया में सुर्खियां बटोर रहे हैं। स्वास्थ्य, शिक्षा और परिवहन व्यवस्था में सुधार दिल्ली में दिखाई भी दे रहा है। कुल मिलाकर दिल्ली में नागरिक सेवाओं में सुधार पर लगातार काम हो रहा है। इसी कड़ी में पिछले माह केजरीवाल सरकार ने दिल्ली की सड़कों पर 150 नई इलेक्ट्रिक बसें उतारीं, जिसने कुछ दिन में ही लोगों का दिल जीत लिया है। बस में सफर करने वाले यात्रियों के अनुसार नई इलेक्ट्रिक बसें, मेट्रो के सफर जैसा अहसास कराती हैं। यात्रियों की इस प्रतिक्रिया से उत्साहित सरकार जल्द ही इलेक्ट्रिक बसों की संख्या बढ़ाने की दिशा में काम कर रही है। वीडियों में देखें- इलेक्ट्रिक बस की खासियतें और यात्रियों की प्रतिक्रियाएं।2787299

दिल्ली में लगातार हो रहा परिवहन व्यवस्था में सुधार

आम आदमी पार्टी सरकार ने दिल्लीवासियों को बड़ा तोहफा देते हुए पिछले महीने ही दिल्ली परिवहन निगम के बेड़े में 150 नई इलेक्ट्रिक बसों को शामिल किया है। ये बसें सड़कों पर पूरी क्षमता के साथ दौड़ रही हैं। इनमें यात्रा कर रहे दिल्लीवासियों को मेट्रो की तरह ही सफर का एहसास हो रहा है, क्योंकि ये एसी से युक्त हैं। इन बसों के डीटीसी के बेड़े में शामिल होने के बाद इलेक्ट्रिक बसों की संख्या बढ़कर 152 हो गई है। आने वाले कुछ महीनों में इलेक्ट्रिक बसों की संख्या और बढ़ाई जाएगी।

इन इलेक्ट्रिक बसों की खास बात यह है कि इनके संचालन से दिल्ली की आबोहवा पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा, क्योंकि ये पूरी तरह से इलेक्ट्रिक हैं। हालिया सड़कों पर उतारी गईं इलेक्ट्रिक बसों की बात करें तो गर्मी के दिनों में इन बसों का सफर लोगों को एक सुखद यात्रा का अहसास करा रहा है। ये बसें एसी से लैस हैं। इसके साथ लो फ्लोर भी हैं, जिससे इन में चढ़ना और उतरना भी बेहद आसान है।

प्रदूषण के खिलाफ जंग में दिल्ली ने लिखा नया अध्याय

इन बसों के संचालन से वायु प्रदूषण के खिलाफ जंग में राजधानी दिल्ली ने एक नया अध्याय लिखा है। दिल्ली की सड़कों पर एक साथ 150 इलेक्ट्रिक एसी बसों के संचालन के पहले दिन दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने खुद बस में बैठकर सफर किया। इसके बाद मीडिया के जरिये लोगों को इनकी खूबियों से परिचित कराया। बसों में सभी आधुनिक सुविधाएं हैं। इसके साथ ही इन बसों में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर भी खासा ध्यान दिया गया है।

मेट्रो के सफर का एहसास करा रही नई इलेक्ट्रिक बसें

दिल्लीवासियों का कहना है कि इलेक्ट्रिक बसों का सफर उन्हें मेट्रो जैसा एहसास करा रहा है। दिल्लीवासी इलेक्ट्रिक बस में सफर करने के बाद सेल्फी लेकर ‘हैस टैग आई राइड ई बस’ पोस्ट कर #iRideEBus Selfie प्रतियोगिता में हिस्सा ले रहे हैं

इलेक्ट्रिक बसों की खास बातें-

  • एसी से लैस इन बसों में चार सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।
  • एक बार चार्ज करने पर ये बसें 200 किलोमीटर का सफर तय करती हैं।
  • ये बसें 1 घंटे 15 मिनट में फुल चार्ज हो जाता हैं।
  • इन बसों में खास पिंक सीट का इंतजाम किया गया है।
  • इन बसों का किराया सामान्य एसी बसों के बराबर ही रखा गया है।
  • बस में ध्वनि प्रदूषण न के बराबर है और वायु प्रदूषण से राहत मिलती है।
  • इन बसों में आपात स्थिति से निपटने के लिए पैनिक बटन भी लगाया गया है।
  • बसें आधुनिक तकनीक से लैस हैं।
  • ये बसें जीरो स्मोक और जीरो एमिशन वाली हैं।
  • जीपीएस, 10 पैनिक बटन, दिव्यांगों के लिए रैंप आदि की सुविधा मौजूद है।

इन रूट पर चल रही ई बसें

ये बसें दिल्ली के प्रमुख रूटों- रिंग रोड पर तीव्र मुद्रिका, रूट नं. 502 मोरी गेट और महरौली टर्मिनल के बीच, रूट नंबर ई-44 आईपी डिपो, कनाट प्लेस, सफदरजंग, साउथ एक्सटेंशन, आश्रम, जंगपुरा, इंडिया गेट रूट पर चल रही हैं।

गौरतलब है कि संचालन से पूर्व इन इलेक्ट्रिक बसों में सरकार ने दिल्लीवासियों को तीन दिन निशुल्क यात्रा की सुविधा दी थी। 24 से 26 मई के बीच इन नई बसों में यात्रियों से कोई किराया नहीं लिया गया। जानकारी के मुताबिक, डीटीसी के बेड़े में कुल 300 इलेक्ट्रिक बसों को शामिल किया जाना है। इन बसों को अप्रैल तक बेड़े में शामिल किया जाना था, लेकिन चार्जिंग स्टेशन तैयार होने व अन्य कारणों के चलते यह देरी हुई।

दिल्ली में रोजाना बसों के जरिये सफर करने वाले रमेश ने बताया कि इलेक्ट्रक बसों का सफर इसलिए अच्छा लगता है, क्योंकि कम दाम में हम भी मेट्रो जैसा एहसास कर पाते हैं।

संजीव मिश्रा ने बताया कि इलेक्ट्रिक बसों के परिचालन शुरू होने से मैं भी अब एसी बस में सफर करने लगा हूं। यह सब केजरीवाल सरकार की वजह से संभव हो पाया है।

वहीं पूजा सिंह ने कहा कि कभी बसों में सफर करना मतलब मुश्किलों से जूझना होता था। अब इलेक्ट्रिक बसों ने महिलाओं का भी सफर आसान और सुरक्षित कर दिया है।

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