उत्तराखंड में जौनसार-बावर में भीषण तूफान से मचा कोहराम, कई गांवों में हुई भारी तबाही

उत्‍तराखंड में मौसम अलग-अलग रंग दिखा रहा है। रविवार को चटख धूप गर्मी का अहसास करवा रही है। लोग गर्मी से बेहाल हैं। वहीं इससे पहले शनिवार की शाम को मौसम का अलग मिजाज देखने को मिला। दिनभर चिलचिलाती धूप के बाद जौनसार-बावर में भीषण तूफान ने तबाही ला दी।
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तूफान के चलते त्यूणी तहसील से जुड़े डांगूठा, ऐठान, भूनाड़, निनूस, अणू के बागिया खेड़ा, देवघार, बावर व शिलगांव खत में भारी तबाही हुई। शनिवार शाम को देहरादून जिले में जौनसार-बावर के सीमांत क्षेत्र में आए भीषण तूफान के चलते स्थानीय ग्रामीणों की निजी एवं सरकारी परिसंपत्तियों को बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है।
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तूफान चलने से क्षेत्र में कई ग्रामीणों के घरों की छत उड़ गई, जिससे वह बेघर हो गए। इसके अलावा रेंज कार्यालय त्यूणी में वन विभाग की सरकारी गाड़ी के ऊपर पेड़ गिरने से वाहन क्षतिग्रस्त हो गया। हादसे में वहां मौजूद वन कर्मियों की जान बाल-बाल बची। वहीं बड़कोट में यमुना घाटी में शनिवार की देर शाम तूफानी हवाएं चलने से एक पेड़ उखड़कर कार के ऊपर जा गिरा। इससे कार सवार तीन यात्रियों की जान बाल-बाल बची। तीनों व्यक्तियों को हल्की चोट आयी हैं, जबकि कार पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है।
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बड़कोट क्षेत्र में तूफान से कई स्थानों पर चीड़ के पेड़ गिरे, जिससे ओरछा बैंड के पास कुछ समय के लिए यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग भी बाधित हुआ है। उपराड़ी गांव निवासी गुरुदेव की गोशाला की छत उड़ी। इसी दौरान विकासनगर से पुरोला आ रही कार के ऊपर भी पेड़ गिरा। कार में सवार सूरज ठाकुर निवासी करड़ा पुरोला, शेर बहादुर निवासी चिल्यों विकासनगर देहरादून व अजय निवासी विकासनगर देहरादून की जान बाल-बाल बची।
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तीनों को हल्की चोटें आई, जिन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पुरोला में प्राथमिक उपचार दिया गया। वहीं बड़कोट क्षेत्र में भी तूफान से कई स्थानों पर पेड़ और पेड़ों की मोटी टहनी भी टूटी हैं।
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